दैनिक भारत न्यूज
रिटायर्ड शिक्षक ने एक छोटी सी चूक की और फिर उसके बैंक खाते से करीब 48 लाख रुपये खाली हो गए। आइए जानते हैं कैसे ठगों द्वारा ठगी की गई है।
बता दें कि साइबर ठगी न तो खत्म हो रही है और ना ही इसके मामले कम हो रहे हैं। आए दिन अलग- अलग माध्यम से लोगों के साथ ठगी की जा रही है। आजकल जो एक मामला काफी सुर्खियों में है वो स्टॉक बाजार से जुड़ा हुआ है। लोगों को जिस तरह से शेयर्स में इन्वेस्ट करने का इंटरेस्ट बढ़ रहा है, वैसे ही लोगों को अधिक मुनाफे का लालच देते हुए ठगा जा रहा है।
ताजा मामला झारखंड में सीआईडी के साइबर क्राइम थाना से सामने आया है। जहां एक रिटायर्ड शिक्षक को फ्रॉडस्टर्स ने शिकार बनाया और उसके साथ करीब 48 लाख रुपये की ठगी की।
शेयर मार्केट में निवेश का दिया झांसाः
दरअसल, रिटायर्ड शिक्षक के साथ ठगी करने के लिए ठग ने खुद को प्रोफेसर बताया और शेयर मार्केट में निवेश करने की सलाह दी। फंसाने के लिए रिटायर्ड शिक्षक का पहले विश्वास जीता और फिर उसके पास एक लिंक भेजकर निवेश करने के लिए कहा। ठग ने कई किश्तों के साथ पैसा जमा किए।
बताया जा रहा है कि प्रोफेसर बनकर ठग ने चंद्रमणि पांडेय को स्टॉक मार्केट में निवेश करने का लालच दिया और फिर उन्होंने निवेश करने के तहत पैसे जमा करने शुरू कर दिए। जैसे ही उन्होंने अकाउंट में पैसे भेजे उनके बैंक खाते से पैसे कटने लगे। इस तरह से रिटायर्ड शिक्षक चंद्रमणि पांडेय से 48 लाख 57 हजार रुपये की ठगी की गई।
पीड़ित रिटायर्ड शिक्षक को जब महसूस हुआ कि वो किसी ठगी के शिकार हुए हैं, तो उन्होंने तुरंत साइबर थाना में शिकायत दर्ज करवाई। इस मामले को साइबर अपराध के तहत दर्ज कर लिया गया है और साइबर क्राइम पुलिस की टीम तकनीकी जांच में जुटी हुई है। फ्रॉडस्टार के कई फर्जी बैंक खाते साइबर पुलिस के द्वारा सीज कर दिया गया है। और उस पर रखे रकम को निकलाने के लिए रोक लगा दिया गया हैं।
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आप न करें ऐसी गलतियांः
साइबर क्राइम से बचने और सावधानी के लिए साइबर क्राइम विशेषज्ञ प्रोफेशर त्रिवेणी सिंह ने कहा कि सावधानी से बचाव किया जा सकता है। जैसे
*फिशिंग ईमेल से सावधान रहें।
*अनजान कॉल्स और मैसेज को रिस्पॉन्स न दें।
*सुरक्षित वेबसाइट और ऐप का इस्तेमाल करें।
*आकर्षक निवेश प्रस्तावों से खुद को दूर रखें।
*फोन को समय-समय पर अपडेट करें।
*किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करे।