घर से थोड़ी दूर स्थित पेड़ की डाल से लटक रही थी उसकी लाश
सरायमीर क्षेत्र के एक प्राइवेट विद्यालय में कर रहा था नौकरी
पुलिस को उसके पास से एक सुसाइट नोट हुआ बरामद
रिपोर्टः आशीष तिवारी
आजमगढ़।
आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ तले दबा प्राइवेट शिक्षक रविवार की रात को आत्महत्या कर लिया। उसकी लाश सोमवार की सुबह घर से थोड़े दूर स्थित पेड़ की डाल से लटक रही थी। उसके हाथ में सुसाइट नोट था। जिससे सच की जानकारी लोगों को हो सकी।
सरायमीर थाना क्षेत्र के चककोट गांव निवासी रामानुज 55 वर्ष चार बेटी और एक बेटे के पिता थे। वह परिवार की जीविका चलाने के लिए प्राइवेट स्कूल में शिक्षक की नौकरी करते थे। आर्थिक रुप से कमजोर रामानुज
किसी तरह से अपने बच्चियों की शादी कर लिया था। एक बेटी और बेटे की अभी शादी नहीं हुई है। परिवार को आर्थिक तंगी से उबारने के लिए बेटा जल्द ही कमाने के लिए कहीं बाहर गया है। उधार लेने की वजह से रामानुज से लोग तगादा भी कर रहे थे। वह दबाव में था।
रविवार की रात भोजन करने के बाद वह सोने चला गया। परिवार के लोग भी सो गये। सोमवार की सुबह उसकी लाश एक पेड़ की डाल से फंदे के सहारे लटक रही थी। शौच के लिए गये ग्रामीणों ने इसकी सूचना परिजनों और पुलिस को दी। मौके पर ही थानाध्यक्ष के नाम लिखा हुआ सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। जिसमें मृत शिक्षक ने लिखा था कि – मैं कर्ज से काफी परेशान था, मेरी मौत के लिए मेरे परिवार का कोई सदस्य दोषी नहीं है। मेरे घर पर मेरी पत्नी व बेटी मौजूद हैं। मेरे शव को बिना पोस्टमार्टम करवाये ही परिजनों को सौंप दिया जाय।
इस संबंध में एसपी ग्रामीण अरुण दिक्षित ने बताया कि आर्थिक तंगी और तगादा से परेशान होकर रामानुज ने यह कदम उठाया है। सरायमीर थाने की पुलिस उचित कार्रवाई में जुटी हुई है।