आशीष तिवारी
आजमगढ़।
आमजन की समस्याओं के निस्तारण के लिए समाधान दिवस का आयोजन किया जा रहा, लेकिन सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही से यह कार्यक्रम महज कोरम पूरा करने और रजिस्टर में स्याही बर्बाद करने तक रह गया है।
ऐसा ही एक मामला सोमवार को लालगंज तहसील में देखने को मिला। जहां माधवपुर धरांग गांव निवासी एक व्यक्ति ने समाधान दिवस में मौजूद एसडीएम लालगंज भूपाल सिंह के समक्ष शिकायती पत्र सौंपा। एसडीएम ने पीड़ित के शिकायती पत्र पर मामले का निस्तारण करने के लिए आदेश दिया। साहब के आदेश के बाद आर्डर की कापी रजिस्टर में दर्ज करने के लिए भेज दिया गया। यहां रजिस्टर में लिखापढ़ी के बाद संबंधित को भेजा जाना था, उससे पहले ही हलका लेखपाल पत्र लेकर फरार हो गया। उधर पीड़ित को इसकी भनक लगी तो वह शिकायती पत्र को ढूंढने लगा, न मिलने पर एसडीएम से शिकायत किया। नाराज एसडीएम ने लेखपाल को फोन किया तो उसने स्वीकार किया कि बगैर रजिस्टर में दर्ज हुए ही वह शिकायती पत्र लेकर चला गया। एसडीएम ने लेखपाल को फटकार लगाया। साथ ही पत्र को वापस मंगाया। सोमवार को पूरे दिन तहसील में इसी मुद्दे पर चर्चा होती रही। लोग समाधान दिवस कार्यक्रम को लेकर तरह तरह के कमेंट कर रहे थे। इस तरह के सरकारी कार्यक्रम में इस तरह का खेल हो रहा। जिसका खामियाजा जनता भुगत रही और विभागिय अधिकारियों की किरकिरी हो रही।