
अस्पताल की व्यवस्था में हो रहा परिवर्तन दे रहा बड़ा संकेत
काफी दिनों से चल रही है लालगंज को जिला बनाने की मांग
वर्षों पहले ही संघ घोषित कर चुका है लालगंज को जिला
आशीष तिवारी
आजमगढ़।
जनपद में क्षेत्रफल के मामले में दूसरे नंबर की तहसील लालगंज को जिला घोषित तो नहीं किया गया है, लेकिन जिस तरह से व्यवस्थाओं में परिवर्तन हो रहे हैं, वह कुछ इसी तरह का संकेत दे रहा है। वैसे संघ की नजर में लालगंज बर्षों पहले ही लालगंज को जिला घोषित किया जा चुका है। स्थानीय लोग लालगंज को जिला घोषित करने की मांग करते हुए तर्क भी दे रहे हैं।
सरकारी व्यवस्थाओं में हो रहे परिर्वतन में सबसे बड़ा स्वास्थ्य सुविधाओं में परिवर्तन हो रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र टिकड़गाढ़, लालगंज को उच्चाकृत करते हुए जिला अस्पताल के लेबल की पहुंच गयी है। यहां पर जिला अस्पताल के तौर पर सीएमएस को तैनात किया गया है। अब इस अस्पताल परिसर में स्थित जिस भवन में सीएचसी संचालित हो रही थी। उसे खाली कराकर वहां पर महिला अस्पताल बनाया जाएगा। जिले में जिला मुख्यालय को छोड़ अन्य कोई दूसरा महिलाओं के लिए सरकारी अस्पताल है। यह महिला अस्पताल जिले का दूसरा महिला अस्पताल होगा। जबकि सीएचसी लालगंज की सारी व्यवस्था नेशनल हाइवे नंबर 233 पर स्थित देवगांव बाजार के पास चली जाएगी। वहां से लालगंज के लिए मरीज रेफर किए जाएंगे।
इस संबंध में सौ शैय्या अस्पताल लालगंज के सीएमएस डाक्टर सूरजीत सिंह ने बताया सीएचसी के लिए देवगांव में भवन बनकर तैयार है। जल्द ही यहां की सारी व्यवस्था वहां ट्रांसफर कर दी जाएंगी। सीएमएस ने बताया सौ शैय्या में और डाक्टरों का स्टाफ और उपकरण बढ़ाए जाएंगे। रिपोर्ट भेजी गयी है।
मुंसिफ न्यायालय की जल्द होगी स्थापना
लालगंज को जिला बनाए जाने के क्रम में दूसरा बड़ा कदम मुंसिफ न्यायलय है। साल 2009 में स्वीकृत इस कोर्ट की घोषणा होने के बाद से अधिवक्ताओं का एक समूह विरोध कर रहा तो दूसरा समूह बनवाने की मांग कर रहा है। खिंचतान के बीच जमीन कोर्ट के नाम कर दी गयी है। जल्द ही निर्माण शुरू होने की उम्मीद है।
विद्युत उपकेंद्र की बढ़ाई जा चुकी है क्षमताः
लालगंज को जिला घोषित करने के क्रम में विद्युत उपकेंद्र की क्षमता बढ़ा दी गयी है। यहां पर अधिशासी अभियंता को तैनात कर दिया गया है। इस उपकेंद्र से जौनपुर जिले के डोभी स्पेशन पर बिजली की सप्लाई भेजी जाती है। जहां से गाजीपुर जौनपुर मार्ग पर ट्रेनों का संचालन हो रहा है।
भाजपा भी जिले को दो भाग में बांट चुकी हैः
लालगंज को जिला बनाने की घोषणा प्रदेश सरकार द्वारा भले ही नहीं किया गया है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी द्वारा लालगंज को बहुत पहले ही जिला घोषित कर दिता है। यही कारण है कि जिले में दो जिलाध्यक्ष बनाए गये हैं।