
आशीष तिवारी
आजमगढ़।
देवगांव कोतवाली क्षेत्र के टिकरी गांव में शरद पूर्णिमा के दिन लोग जहां मेला, पूजा में व्यस्त रहे, वहीं एक जालसाज अपनी प्रेमिका के घर वालों को झूठे मुकदमे में फंसाने के लिए चचेरे भाई और दोस्त के साथ मिलकर अपने स्वयं को गोली मार लिया।
देवगांव कोतवाली के लालगंज चौकी प्रभारी उप निरीक्षक सुभाष तिवारी के मुताबिक जैसे ही टिकरी गांव निवासी मो. शफीक शेख को गोली मारने की जानकारी हुई तो वे मौके पर पहुंचे। जांच के दौरान मौके से शफीक शेख की दुकान का कैश मेमो मिला। जिसे कई राउंड मोड़ा गया था, उसमें गोली लगने का आभाष हुआ। शफीक द्वारा बताया गया फोन नंबर भी उस पर लिखा हुआ था, चौकी प्रभारी के मुताबिक शक होने पर शफीक से पूछताछ की गयी तो उसने सारी कहानी बक दिया। मो. शफीक के मुताबिक वह एक लड़की से प्रेम करता है, यह बात लड़की के घर वालों को पता चला तो सभी लड़की की मोबाइल छिन लिए। प्रेमिका से बातचीत बंद होने पर शफीक बौखला गया और अपने चचेरे भाई मो. कैफ और दोस्त संदीप यादव के साथ मिलकर प्लान बनाए और लालगंज के मेला के दिन शफीक ने साजिश के तहत खुद को गोली मारा। मो. कैफ ने केस दर्ज कराया और संदीप गोली मारते समय दुकान का कैश मेमो फोल्ड करके पकड़ा था और शफीक ने खुद को गोली मारा।
चौकी प्रभारी ने बताया यह लोग गोली मारते समय दुकान का कैश मेमो फोल्ड करके लगाए और गोली मारे, ताकि यह पता चल सके की गोली थोड़ी दूरी से मारी गयी है। योजना के तहत मो. कैफ ने तहरीर देकर अज्ञात बाइक सवार बदमाशों को आरोपित किया। ताकि पुलिस के पूछताछ में यह लोग प्रेमिका के घर वालों को फंसा सके।
पुलिस तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजवा दिया। साथ ही घटना में प्रयुक्त पिस्टल, कारतूस का खोखा आदि बरामद कर ली।
