दैनिक भारत न्यूज
आजमगढ़।
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि पूर्व सांसद, विधायक, रमाकांत यादव के विरुद्ध गैंगेस्टर लगाना योगी सरकार का जातिवादी चेहरा उजागर करता है।
हवलदार ने मंगलवार को जारी विज्ञप्ति के जरिए कहा कि यदि मुक़दमों के आधार पर गैंगेस्टर लगाया जाना उचित है, तो एम.एल.सी. पर भी गैंगेस्टर दर्ज होना चाहिए। धर्म और जाति के आधार पर अपराधों को आरोपित करना सरकार की अन्यायपूर्ण कार्यवाही को इंगित करता है। भाजपा धर्म के नाम पर लड़ा ही रही है। अब जाति- जाति व उपजातियों में भी लड़ा कर सत्ता हासिल कर मनुवाद का राज कायम करना चाहती है। सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि पी.डी.ए.के लोग सब कुछ समझ रहे हैं। उनके मंसूबों को चकनाचूर कर देंगे। जुल्म, अन्याय व दमन की मियाद ज्यादा दिन तक नहीं होगी।
हवलदार ने कहा कि जनता खाद, बीज की कालाबाजारी से त्रस्त है, किसानों का गन्ना मिल से लौटाया जा रहा है। मिलों को बंद करने का प्रयास हो रहा है, बिजली की व्यवस्था से किसान परेशान हैं। यदि शासन, प्रशासन ध्यान नहीं दिया तो सपा आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
बता दें कि अहरौला थाना क्षेत्र के नगर पंचायत माहुल में 21 फरवरी 2022 की रात जहरीली शराब के सेवन से आठ लोगों की मौत हो गयी, जबकि 45 लोग सघन इलाज के बाद बचाए गये। इस मामले में सपा विधायक एवं पूर्व सांसद रमाकांत यादव और उनके गैंग के कई लोग जेल की हवा खा रहे। नवंबर माह 2024 के अंत में एडीजी जोन वाराणसी द्वारा रमाकांत सहित गैंग के पंद्रह सदस्यों को जोन स्तर पर चिन्हित किया है। जबकि पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना द्वारा सभी पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई का निर्देश दिया है। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद सपा जिलाध्यक्ष की यह प्रतिक्रिया आने से चर्चाओं का बाजार गरमा गया है।