नाराज तहसीलदार ने आध्यक्ष और मंत्री को नोटिस भेजकर की कार्रवाई की मांग
दोषी वकीलों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर बार काउंसिल को लिखेंगे पत्र
बूढ़नपुर।
तहसीलदार बूढ़नपुर अभिषेक सिंह के न्यायालय में मुकदमे की सुनवाई चल रही थी। बहस के दौरान पक्ष और विपक्ष के अधिवक्ता आपस में भिड़ गए। यहां पर तहसीलदार न्यायालय में व्यक्तिगत तौर पर कहासुनी होती रही, जो पूरी तरह से अमर्यादित थी। जिसका न्यायालय से कोई लेना-देना नहीं था। तहसीलदार मूकदर्शक बनकर देखते रहे। बाद में किसी तरह से वरिष्ठ अधिवक्ताओं द्वारा मामले को शांत कराया गया।
तहसील के वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने इस घटना की निंदा किए। कुछ अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि तहसीलदार का रवैया ठीक नहीं है। यह हम अधिवक्ताओं को आपस में लड़ा करके अपनी रोटी सेंकने का काम करते हैं। बुढ़नपुर अधिवक्ता संघ को दो फाट में बांटना चाहते हैं। उनकी नियत साफ नजर आ रही है। जब दो अधिवक्ता बहस कर रहे थे। उसी समय तहसीलदार चाहते तो आपसी विवाद की स्थिति न पैदा होने देते, लेकिन उन्होंने किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं किया। जिसका परिणाम यह रहा की तहसीलदार न्यायालय में इस तरह का हंगामा देखने को मिला। पक्ष विपक्ष के अधिवक्ता इस कदर आपस में भिड़ गए कि उन्हे अपने पद और प्रतिष्ठा का ख्याल नहीं रहा। वहीं बार एसोसिएशन के पदाधिकारी को तहसीलदार अभिषेक सिंह द्वारा पक्ष विपक्ष के अधिवक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की नोटिस भी जारी की गई है। तहसीलदार अभिषेक सिंह ने बताया कि हमारे न्यायालय में आमर्यादित ढंग से अधिवक्ता द्वारा आपसी विवाद और बहस की गई, जो बड़ी निंदनीय है। जिसके चलते मेरे द्वारा संबंधित अधिवक्ताओं के खिलाफ उनके बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और मंत्री को नोटिस के माध्यम से कार्रवाई की मांग की गई है। अगर बूढ़नपुर बार एसोसिएशन के पदाधिकारी द्वारा उन अधिवक्ताओं के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गयी तो इसकी शिकायत मेरे द्वारा बार काउंसलिंग लखनऊ को इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए नोटिस दी जाएगी। इस संबंध में बार एसोसिएशन के मंत्री उपेंद्र पाठक ने बताया कि तहसीलदार द्वारा नोटिस मिल चुकी है। इस संबंध में हम वरिष्ठ अधिवक्ताओं के साथ बैठक भी कर चुके हैं। जिसमें अध्यक्ष रामनिवास की अध्यक्षता में मंगलवार को एक बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें हम अधिवक्ता यह निर्णय लेंगे की जो भी विधिक होगी वही कार्रवाई की जाएगी।