दैनिक भारत न्यूज

आजमगढ़।
अधिवक्ता परिषद का स्थापना दिवस के अवसर पर शनिवार को शहर के ठंडी सड़क स्थित कृष्णायन परिसर में बैठक आयोजित की गयी। इस अवसर पर अधिवक्ता परिषद को जनपद में स्थापित करने वाले अधिवक्ता लाल बहादुर सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। लाल बहादुर सिंह को याद करते हुए सभी वक्ताओं ने उन्हें विधि व्यवसाय के प्रति समर्पित अधिवक्ता बताया। मुख्य अतिथि सेंट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष आद्या प्रसाद सिंह ने कहा कि अधिवक्ता परिषद 1992 में अपनी स्थापना के बाद विगत 32 वर्षो से लगातार न्यायिक क्षेत्र में कार्य कर रहा है। अधिवक्ता परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष विजय बहादुर सिंह ने अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अधिवक्ता परिषद समाज के सबसे अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को न्याय दिलाने के लिए कृत संकल्पित है। कानून ऐसे होने चाहिये जो समाज के सहज स्वीकार्य हो। जब समाज के अन्तिम छोर का व्यक्ति सुखी एंव समृद्ध होगा तभी हम विश्व के सामने एक शक्तिशाली एंव समृद्धशाली राष्ट्र के रूप में खड़े हो पायेंगे। आज अधिवक्ता परिषद के सदस्य राष्ट्र के पुनर्निर्माण में सफलता पूर्वक अपना महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। अधिवक्ता परिषद अभिभाषकों की ऐसी संस्था है जो न केवल अभिभाषकों के हितों का संरक्षण करती है, बल्कि वह जरूरतमंद भारत के निर्माण का मुख्य केन्द्र विन्दु बनने हेतु पूर्णतः समर्थ एंव आतुर हैं। अधिवक्ता परिषद के जिलाध्यक्ष राधेश्याम मालवीय ने साथी अधिवक्ताओं से अधिवक्ता परिषद के उद्देश्यों को पूरा करने पर बल दिया। इस बैठक में अभय दत्त गोंड, जितेंद्र सिंह, हरेंद्र सिंह, वीरेंद्र सिंह, सुधांशु राय सरकार, प्रदीप सिंह, नरेंद्र सिंह ,रूपा गुप्ता ,मोनिका सिंह, रामनाथ प्रजापति, राजेश सिंह पाराशर, राजेश श्रीवास्तव, चंद्रभान यादव, अजीत सिंह, दिनेश मौर्य आदि बहुत से अधिवक्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विनोद कुमार सिंह एडवोकेट ने किया।

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