दैनिक भारत न्यूज
आजमगढ़।
पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम का पीपीपी माडल पर किए जा रहे निजीकरण के विरोध में मंगलवार को विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश, राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन उत्तर प्रदेश एवं विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ द्वारा संयुक्त रूप से बिजली पंचायत जन जागरण कार्यक्रम का आयोजन विद्युत वितरण खंड तृतीय लालगंज परिसर में किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता ई0 निखिल शेखर सिंह ने किया।जूनियर इंजीनियर संघ के क्षेत्रीय सचिव धीरज पटेल ने कहा कि बिजली के निजी करण होने पर प्रदेश की आम जनता महंगी बिजली का दंश झेलने को विवश होगी। वर्तमान में विद्युत का प्रति यूनिट लगभग 3.50 पैसे से लेकर 6.30 रुपया है। निजीकरण के पश्चात यह मूल्य प्रति यूनिट 13 रुपया से लेकर 20 तक हो जाएगा। जिसका सीधा प्रभाव किसानों, व्यापारियों पर पड़ेगा। प्रतियोगी छात्रों के लिए नौकरी के अवसर समाप्त होंगे। नौकरी में मिलने वाले आरक्षण समाप्त होंगे। निजी कंपनी में किसी प्रकार का आरक्षण नहीं होता है। विद्युत विभाग के निजी हाथों में जाने से वर्तमान सरकार प्रदेश को लालटेन युग में ले जाने का कार्य कर रही है। वर्तमान प्रबंधन व सरकार द्वारा विद्युत नियामक आयोग पर अनावश्यक दबाव डालकर निजीकरण के अवैध दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराने का प्रयास किया जा रहा है। अगर प्रबंधन अपनी हठ धर्मिता नहीं छोड़ता है तो प्रबंधन के इस कृत्य पर संगठन की तिखी प्रतिक्रिया होगी।
इस अवसर पर इंजीनियर अजय यादव, इंजीनियर आकाश सिंह, इंजीनियर अंबर यादव, इंजीनियर आशुतोष यादव, इंजीनियर दीपक गुप्ता, इंजीनियर देवेश श्रीवास्तव, इंजीनियर गिरीश सिंह, ई0अवधेश यादव, जेई संजय कुमार , आदि मौजूद रहे।