मुखबिर की सूचना पर सरायमीर थाने की पुलिस ने किया गिरफ्तार

रैकेट के खुलासे के बाद से सक्रिय हो गयीं हैं जांच एजेंसियां

रिपोर्टः आशीष तिवारी

आजमगढ़।

एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि थानाध्यक्ष सरायमीर को जरिये मुखबिर खास सूचना मिली कि मंजीरपट्टी का एक व्यक्ति हैं, जिसके पास विदेशों से काफी पैसा आता हैं और वह फर्जी तरीके से लेन देन करता है। जो इस समय स्टेट बैंक कस्बा सरायमीर एटीएम के बगल में मौजूद हैं। थानाध्यक्ष मय हमराह द्वारा एटीएम के बगल में खड़े व्यक्ति के पास पहुंचकर नाम पता पूछते हुए जामा तलाशी ली गयी। उसने अपना नाम अब्दुल हलीम पुत्र अतीक अहमद निवासी मंजीरपट्टी थाना सरायमीर । जिसका जामा तलाशी लिया गया तो काला बैंग मिला। जिसे खोलवाकर चेक किया गया तो रूपयो से भरा था। जिसे गिनती कराया गया तो 500-500 के 1100 नोट कुल 5 लाख 50 हजार रूपये थे एवं पैंट के बाये जेब से विभिन्न बैंको के 10  एटीएम कार्ड हैं। एक  SBI ग्रिन कार्ड, एक पैन कार्ड, दो आधार कार्ड प्राप्त हुए एवं अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में अभियुक्त अब्दुल हलीम द्वारा उपरोक्त घटना में सम्मलित अभियुक्तगणों के नाम आदि बताये गये। जिसके आधार पर क्रमशः बेलाल पुत्र डा. जियाउद्दीन निवासी राजापुर थाना सरायमीर जनपद आजमगढ़, मो. सैफ पुत्र परवेज सा. सिद्दिकी मोहल्ला थाना सरायमीर, गुफरान , जितेन्द्र , प्रदीप प्रजापति को गिरफ्तार कर लिया गया।

इस तरह से देते थे घटनाओं को अंजामः
पुलिस के मुताबिक अभियुक्त अब्दुल हलीम ने पूछताछ में बताया कि मेरी मौसी का लड़का साकिब पुत्र नियाज निवासी बीनापारा (वर्तमान में दुबई में रहता है) एवं आफताब पुत्र अनवार (सऊदी में रहता है) मुझे फोन से संपर्क कर बताते हैं कि कतिपय व्यक्तियों से Cash प्राप्त करना है एवं उक्त Cash को साकिब व आफताब द्वारा बताए गए खाता नं. (Bank Account No.) में Transfer करना होता है। उनके द्वारा बताए गये account number में मेरे द्वारा प्रदीप प्रजापति एवं जितेन्द्र कुमार के जनसेवा केन्द्र या फिर आप-पास की ATM मशीन से पैसा ट्रान्सफर करके दिया जाता है। यही काम आफताब का भाई महताब भी करता है। वह मुंबई में रहता है।
अब्दुल हलीम ने बताया कि वह 2 अलग-अलग नम्बर के फर्जी आधार कार्ड रखता है, ताकि पहचान छिपाई जा सके एवं किसी जनसेवा केन्द्र या ATM पर फर्जी आधार कार्ड का प्रयोग कर अपनी असली पहचान से बचा जा सकें। यह भी बताया कि अपने जानने वाले व्यक्तियों के बहुत से ATM कार्ड भी इसी काम के लिए मैं अपने पास रखता हूँ।
पूछताछ में आगे बताया कि कुछ दिन पहले बेलाल अकबर पुत्र डा. जियाउद्दीन ने 7 लाख रूपये Cash दिया था। जिसमें 1.5 लाख मैंने बताये गये खातों में Transfer कर दिया था और 5.5 लाख बचा था जो Transfer करने जा रहा था।
गिरफ्तार अभियुक्त अब्दुल हलीम व अन्य अभियुक्तों से पूछताछ में यह modus operandi प्रकाश में आया है कि अभियुक्त साकिब पुत्र नियाज, आफताब पुत्र अनवार, अयाज पुत्र इजहार व अदनान पुत्र राशिद ये सभी विदेश में रहते हैं, इनके द्वारा ही अब्दुल हलीम, महताब व बेलाल अकबर को Cash अलग-अलग व्यक्तियों द्वारा प्राप्त कराया जाता था। 
अभियुक्त असमर जो ग्राम प्रधान संजरपुर का लड़का है, जो फरार है। इसके द्वारा भारी मात्रा में Cash बेलाल को उपलब्ध कराया जाता था ।
अभियुक्त अहमद व गुरफान पार्टनरशिप पर फैमिली ज्वैलर्स के नाम से ज्वैलरी की दुकान चलाते है इनके द्वारा भारी मात्रा में Cash अब्दुल हलीम व अन्य को उपलब्ध कराया जाता था।
अभियुक्त मो. सैफ व मो. फहीम द्वारा गुफरान व मो. अहमद के दुकान से भारी मात्रा में पैसे को प्राप्त कर हलीम एवं बेलाल को उपलब्ध कराया जाता था।
अभियुक्त प्रदीप प्रजापति एवं जितेन्द्र कुमार जनसेवा केन्द्र संचालक है, जिनके द्वारा अनुचित लाभ लेकर अपने जनसेवा केन्द्र के माध्यम से विभिन्न खातों (Bank Account) में ट्रान्सफर किया जाता था।

हवाला की तरह ही कर रहे थे कामः
पुलिस के मुताबिक अभी तक की विवेचना व पूछताछ से यह स्पष्ट हुआ है कि गिरफ्तार अभियुक्तों के द्वारा हवाला कारोबार किया जा रहा था जिसके लिए कूटरचित documents इस्तेमाल किये जा रहे थे। पूछताछ के दौरान उपरोक्त तथ्यों के प्रकाश में आने के कारण सभी सम्बन्धित एजेन्सियों जैसे LIU, ATS, STF, Custom Dep. Of Head, Income Tax Department एवं ED को सूचित किया जा रहा है। इस प्रकरण की विवेचना के लिए जनपद स्तर पर एक विवेचना टीम गठित कर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।

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