प्रभु श्री राम से बड़ा उनका राम का नाम है
दुर्वासा धाम में चल रहा हरिहरात्मक महायज्ञ
आजमगढ़।
दुर्वासा धाम में हरिहरात्मक महायज्ञ के तीसरे दिन शुक्रवार को मौनी बाबा यज्ञशाला में यज्ञकर्ता स्वामी शुभम दास जी महाराज के हाथों यज्ञाचार्य पं. रामशंकर चतुर्वेदी के नेतृत्व में विद्वान ब्राह्मणों ने वेदी और देवी देवताओं का वैदिक रीति से पूजन कराया। भारी संख्या में श्रद्धालुगण यज्ञ परिक्रमा और पूजन कर पुण्य अर्जित किये। इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चारण सहित मौनी बाबा और देवी देवताओं का जयकारा गूँजता रहा। इस अवसर पर आयोजित संगीत मयी श्रीराम कथा मे अंकित जी महाराज ने कहा कि प्रभु श्रीराम से बड़ा राम का नाम है। इसी नाम के जप से हनुमान जी ने राम जी को वश में कर लिया। स्वयं भगवान श्री राम को समुद्र पार जाने के लिए बंदर भालुओं की मदद से पुल बनाना पड़ा। जबकि राम के नाम से सागर तो क्या भवसागर तक सूख जाते हैं। राम ने एक अहिल्या को तारा, जबकि राम के नाम ने तो करोड़ों को तार दिया। स्वयं भगवान शिव जी भी राम नाम ही जपते। कथा वाचक उमेशाचार्य जी महाराज ने शिव की महिमा का बखान करते हुये कहा कि संसार मे शिव ही सर्व शक्तिमान है। बिना शिव के प्रत्येक मनुष्य ही शव हो जाता है।