एडीजी जोन वाराणसी के निर्देश पर की गयी कार्रवाई
वाराणसी, आजमगढ़, जौनपुर, गाजीपुर आदि जिलों में गैंग की है दहशत
रिपोर्टः आशीष तिवारी
आजमगढ़।
एडीजी जोन वाराणसी रामकुमार के निर्देश पर चार बदमाशों का गैंग रेंज स्तर पर चिन्हित किया गया है। पुलिस रिकार्ड में इन अपराधियों का नाम रजिस्टर्ड होने के बाद से यह सभी पुलिस के रडार पर हैं। अपराधियों के इस गैंग का आतंक आजमगढ़, जौनपुर, वाराणसी, गाजीपुर आदि जिलों के लोगों में है।
एसपी आजमगढ़ अनुराग आर्य ने बताया कि जिन अपराधियों के गैंग को रेंज स्तर पर चिन्हित किया गया है। उसमें शोएम उर्फ शमीम पुत्र अब्दुल कदीर निवासी भादो थाना दीदारगंज, जनपद आजमगढ़ है। उसकी उम्र करीस 28 वर्ष है। दूसरा अपराधी संदीप यादव पुत्र लालबहादुर यादव निवासी सैयदबहाउदीनपुर, थाना बरदह, जनपद आजमगढ़ है। उसकी उम्र 26 वर्ष के आसपास होगी। चौथा अपराधी रोशन उर्फ प्रिन्स यादव पुत्र राधेश्याम यादव निवासी सैयदबहाउदीनपुर थाना बरदह, जनपद आजमगढ़ है। उसकी उम्र 27 वर्ष होगी और चौथा अपराधी
शाहिद पुत्र मैनुद्दीन निवासी भादो थाना दीदारगंज जनपद आजमगढ़ है। उसकी उम्र 45 वर्ष के आसपास है। यह सभी पेशेवर अपराधी हैं।
जौनपुर का समीर उर्फ लोढ़ा गिरोह का सरगना
एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि इस गिरोह का सरगना जौनपुर जिले के सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के कयार गांव निवासी लोढ़ा उर्फ समीर पुत्र आजाद उर्फ एजाज है। एसपी के मुताबिक वह आजमगढ़ व जौनपुर में एक संगठित गैंग बनाकर व स्वयं गैंग का लीडर बनकर आर्थिक, भौतिक व दुनियाबी लाभ ले रहा है। इस गिरोह के सदस्य डकैती/मारपीट जैसे संगीन अपराधों को अंजाम देते हैं। इनकी गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए गैंग को जोन स्तर पर “सूचीबद्ध” (आई.आर. गैंग) किया गया है। इसका कोड नं. “आई.आर.-28” होगा।