
बेटियों की इज्जत की खातिर लिखित के बजाय लोग कर रहे हैं मौखिक शिकायत
कार्रवाई की वजह की तलाश में जुटा प्रशासन, हो रही गहन जांच पड़ताल
अब तक की जांच में उजागर हो चुके हैं कयी तरह के संदिग्ध मामले
आशीष तिवारी
आजमगढ़।
लालगंज तहसील क्षेत्र में स्थित एक मदरसे में पढ़ने वाली छात्राओं को शिक्षित बनाने की बजाय यातनाएं दी जाती हैं। इसमें पढ़ाने वाले मौलवी पर छात्राओं के शोषण करने का आरोप छात्राओं के पिता द्वारा लगाया गया है। हालांकि लिखित शिकायत नहीं की गयी है। ऐसे में प्रशासन सच का पता लगाने के लिए नायब तहसीलदार लालगंज के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया है। उधर मदरसे में इस तरह की हरकत किए जाने का मामला उजागर होने से चर्चाओं का माहौल गरम है।
लालगंज तहसील क्षेत्र में स्थित यह मदरसा बहुत पुराना है। यहां पर उर्दू की पढ़ाई होती है। वर्षों पुराने इस मदरसे में छात्राओं को पढ़ाई के लिए क्लास में नहीं बैठाया जाता है, बल्कि छोटी छोटी केबिन बनाई गयी है। कमरे में ठीक तरह से प्रकाश की भी व्यवस्था नहीं रहती है। लोगों की मानें तो मदरसे में पढ़ने वाली छात्राओं का मौलवी द्वारा शोषण किया जाता है। क्षेत्र के लोगों की मानें तो मदरसे में पढ़ने वाली कयी छात्राओं के साथ शोषण कर चुके हैं। एक छात्रा ने इनके इस कृत्य की जानकारी घर वालों को दी। जानकारी होने पर परिवार के लोग अधिकारियों से शिकायत किए हैं। लोगों ने बताया कि डीएम के निर्देश पर करीब दस दिन पूर्व एसडीएम लालगंज, सीओ लालगंज और कोतवाल देवगांव मदरसा में जाकर जांच किए। इस दौरान लड़कियों के लिए अलग अलग केबिन बना पाया गया। पुलिस ने छात्रा से शोषण के संबंध में घर वालों से लिखित शिकायत करने को कहे, लेकिन बेटी की इज्जत के भय से वे तैयार नहीं हुए। ऐसे में इस मदरसे में और क्या क्या होता है, लोगों द्वारा की जाने वाली शिकायतों में कितने प्रतिशत की सच्चाई है। इसकी जांच के लिए एसडीएम लालगंज सुरेंद्रनाथ त्रिपाठी द्वारा नायब तहसीलदार के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया है। टीम द्वारा जिम्मेदारों से पूरा रिकार्ड तलब किया है।